देवास/मोहन वर्मा । सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी ने रविवार को एक अभिनव पहल करते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी की मंशानुसार मोटे अनाज श्रीअन्न को प्रमोट करने के लिए इन अन्नों से बनाये भोजन की दावत पत्रकारों को दी। अब तक विवाह समारोहों में परोसे जाने वाले पारम्परिक आइटमों की बनिस्बत इस प्रयोग को सभी ने सराहा । सभी उपस्थित मेहमानों ने आगे अपने नियमित भोजन में भी घरों में मोटे अन्न को शामिल करने का संकल्प लिया।
आज सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी द्वारा पत्रकार साथियों को मोटे अनाज यानि श्री अन्न के भोजन की दावत दी गई और उसमें विशेष रूप से ज्वार,बाजरा,मक्का,रागी,हल्दी और सरसों से बनाये आयटम परोसे गए। इस भोज में बाजरे की खीर, रागी का चूरमा,हल्दी की सब्जी,सरसों का साग,का आनंद लेते हुए सभी उपस्थित मेहमानों ने इन अन्नों को अपने नियमित आहार में शामिल करने का संकल्प लिया ।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्रीजी ने भी श्रीअन्न को प्रमोट करने की मंशा जाहिर की है । डायबिटीज और हार्ट से संबंधित बीमारियों के चिकित्सकों का भी मानना है कि ये अन्न जीवनशैली से जुड़ी तकलीफों को कम करने में सहायक होते है । इन अनाजों के उत्पादन में पानी की खपत 30 प्रतिशत कम होती है साथ ही रेशों से भरपूर ये अन्न ऊर्जा का भंडार होने के साथ ही उनके उपयोग से ब्लड शुगर जैसी बीमारियां भी 12 से 15 प्रतिशत कम हो जाती है।
यहां यह भी उललेखनीय है कि वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया गया है । पूरी दुनिया में भारत ही मोटे अनाजों का सबसे बड़ा उत्पादक है। यही वजह है कि पूरी दुनिया को मिलेट की वैल्यू समझाने की जिम्मेदारी भी भारत पर ही है। सरकार का उद्देश्य लोगों को मिलेट्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना है. ताकि हर देश, इलाके के लोग इसे अपने डाइट में शामिल करें और मिलेट्स के लिए किसानों को अच्छा बाजार और अच्छे रेट्स मिल सकें।