अमलतास अस्पताल संचालक सुरेश सिंह भदौरिया को मिला दिल्ली में सम्मान, केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने किया सम्मानित ।
देवास । अमलतास हॉस्पिटल देवास के संस्थापक एवं इंडेक्स हॉस्पिटल- इंदौर के चेयरमैन और मालवांचल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुरेश सिंह भदौरिया को देश की राजधानी दिल्ली में सम्मानित किया गया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें दिल्ली के होटल ली मेरेडियन में सम्मानित किया।भदौरिया जी को यह सम्मान स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सेवा के लिए दिया गया है। उनका सम्मान होना देवास के साथ ही मध्य प्रदेश के लिए भी गौरव की बात है।
अमलतास के जनसंपर्क अधिकारी विजय जाट ने
बताया कि सम्मानित करने के दौरान मंच संचालक द्वारा कहा गया कि \”मालवांचल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुरेश सिंह भदौरिया जी ने स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति स्वयं को समर्पित किया है। उनके द्वारा संचालित अस्पतालों में कोरोना महामारी में 53 हजार से ज्यादा मरीज़ों को निशुल्क दवाइयां दी गई और निशुल्क इलाज़ कर सुरक्षित घर पहुंचाया गया। साथ ही ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज़ों की सर्जरी व इलाज कर उन्हें राहत प्रदान की गई।\”
सुरेश सिंह भदौरिया ने कहा कि \”मेरी माँ मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा थी। दुर्भाग्यवश वह कैंसर से पीड़ित हो गई थी लेकिन उस समय आधुनिक चिकित्सा के अभाव में उन्हें उचित इलाज नहीं मिल पाया और वे कैंसर से जंग हार गई। माँ के दुनिया से चले जाने के बाद मैंने निश्चय कर लिया था कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काम करना है। आज जब हमारे अस्पतालों से कोई मरीज स्वस्थ होकर जाता है तो लगता है कि यही मेरी माँ को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने आगे कहा कि आपके इस सम्मान के लिए मैं आभारी हूँ। आने वाले समय में भी मैं अपनी पूरी टीम के साथ स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में लगातार काम करता रहूँगा।\”
सुरेश सिंह भदोरीया एक समाजसेवी होने के साथ ही मालवांचल विश्वविद्यालय इंदौर के कुलाधिपति, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल- इंदौर व अमलतास इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देवास के चेयरमैन हैं। इंडेक्स हॉस्पिटल इंदौर में एक हज़ार बेड्स और अमलतास हॉस्पिटल देवास में 550 बेड्स कोविड मरीजों के इलाज के लिए मध्य प्रदेश सरकार से अधिकृत थे। भदौरिया जी के दोनों स्वास्थ्य संस्थान में 53 हजार से ज़्यादा कोविड मरीजों की सेवा कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया। यहां पर वैक्सीनेशन का टारगेट अचीव किया गया। हर नागरिक को कोविड वैक्सीन के दोनों डोज़ लग पाए इसके लिए भदौरिया जी के दोनों हॉस्पिटल की अनेक टीम्स बनाई गई और हॉस्पिटल्स में वैक्सीनेशन होने के साथ-साथ इन मेडिकल टीम्स को 200 से ज्यादा लोकेशन में भेजकर लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इन मेडिकल टीम ने टीकाकरण करने के साथ-साथ लोगों के भ्रम को दूर करने की भी पूरी कोशिश की। इस तरह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 100 करोड़ टीकाकरण लक्ष्य में अपना योगदान दिया गया।