सजा काट चुके लोगों को खुले दिल से मुख्य धारा में
शामिल करना चाहिए – जेल के वार्षिकोत्सव में कहा प्रभारी मंत्री देवड़ा ने
देवास/मोहन वर्मा। किसी आकस्मिक और क्षणिक गुस्से की परिणिति अपराध में हो जाती है और गुस्से को काबू न रख पाने से हुई घटना के कारण व्यक्ति को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ता है। जेल से सजा भुगत कर भी व्यक्ति जब सामान्य जीवन जीना चाहता है तो कई बार समाज उसे स्वीकार नहीँ करता ऐसे में हम सभी को चाहिए कि उन्हें मुख्य धारा में शामिल करने में कोताही न करें। ये बात उप मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने जिला जेल में वार्षिकोत्सव के समापन अवसर पर कही ।
जेल में आज हुए इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री के साथ हाटपीपलिया विधायक मनोज चौधरी,भाजपाजिलाध्यक्ष राय सिंह सेंधव,विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल,पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव,पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल,जिला पंचायतअध्यक्ष लीला अटारिया, साँसद प्रतिनिधि महेश चौहान, शंभू अग्रवाल, संजय दायमा,जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद,अतिथि रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बंदी भाई बहनों ने आकर्षक प्रस्तुतियां दी।अतिथियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया । जेल अधीक्षक श्रीमती हिमानी मनवारे और जेलर अनिल दुबे ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन वैशाली भारद्वाज ने किया।
उल्लेखनीय है कि जिला जेल में चौथे वार्षिकोत्सव का शुभारंभ बीते 16 जनवरी को जेल डीजी डीपी सिंह ने किया था। बीते दो दिनों में बंदियों के बीच कबड्डी,खो खो बैडमिंटन और वालीबॉल प्रतियोगिता के साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ।