देवास के अमृत संचय अभियान को मेपकॉस्ट से मिली सराहना/ मध्यप्रदेश विज्ञान एंव प्रौद्योगीकी परिषद ने संरचनाओं को बताया सही दिशा में कदम
देवास / मोहन वर्मा।अमृत संचय अभियान के अंतर्गत देवास जिले मे जल संचय के लिए निर्मित संरचनाओं के निरीक्षण एवं अध्ययन के बाद मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने शुक्रवार को परिषद् के वैज्ञानिकों के अध्ययन की विस्तृत रिपोर्ट जारी करते हुए। देवास में जल संचय के लिए बनी संरचाओं को सही दिशा में कदम बताया। उन्होंने जिला प्रशासन के नेतृत्व में जनभागीदारी से चलाए जा रहे अमृत संचय अभियान की सफलता की गाथा मध्यप्रदेश ही नहीं वरन देश के अन्य जिलों में भी दोहराई जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्य्मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार तथा मेपकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. कोठारी ने वैज्ञानिक निरीक्षण दल के प्रतिवेदन में अभियान को अनुकरणीय बताते हुए वर्षा जल संचयन की देवास जिले में निर्मित संरचनाओं के वैज्ञानिक पक्ष, स्थल चयन और लागत के साथ वैज्ञानिक अध्ययन को पुस्ताकाकार रूप देने की अनुसंशा भी की है। गौरतलब है कि 03 और 04 सितम्बर को म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के चार सदस्यीय टीम ने देवास की जल संरचनाओं का निरीक्षण कर वैज्ञानिक अध्ययन किया था।
उल्लेखनीय है कि देवास में बीते सौ दिनों में वर्षा जल के 225 करोड़ लीटर पानी को धरती में पहुँचाने के लिए जल संरचनाऐं निर्मित कर देश भर में एक बड़ी मिसाल कायम की है। कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता के नेतृत्व में अमृत संचय अभियान की छोटी सी टीम ने प्रसिद्ध जल वैज्ञानिक डॉ. सुनील चतुर्वेदी की अगुवाई में यह बड़ा काम कर दिखाया है।
टीम में जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु प्रजापति, एडीएम श्री प्रवीण फुलपगारे, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती प्रियंका मिमरोट, राज्य आनंद संस्थान की समन्वयक डॉ. समीरा नईम, पत्रकार श्री श्रीकांत उपाध्याय, वरिष्ठ नागरिक संस्था के श्री गंगासिंह सोलंकी, साहित्याकार मनीष वैद्य, एक्ट-ईव फाउण्डेशन के श्री मोहन वर्मा, राज्य आनंद संस्थान के श्री महेश सोनी, सुश्री सफिया कुरैशी, सुश्री कृपाली राणा, श्री दीपक पोरवाल, तकनीकी सदस्य श्री हिमांशु कुमावत, श्री विशाल जगताप, विभावरी के श्री विपिन पंड्या, श्री कपिल जोशी, सुश्री सोनाली खड़से, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती शर्मिला ठाकुर, सुश्री सुनीता कौशल, शिक्षक सुश्री मनीषा सोनी, पत्रकार श्री अरविंद त्रिवेदी तथा नगर निगम के श्री राजेश परमार ने ज़मीनी काम करते हुए तीन सौ से ज्यादा जल संरचनाऐं निर्मित करवाई। जिले में अभियान की गतिविधियाँ जा़री है तथा अब बोरी बंधान के काम को भी प्राथमिकता से किया जा रहा है।