शहर में बुधवार सुबह शुरू हुई फुहार, रिमझिम और सामान्य बारिश का सिलसिला बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात भी जारी रहा। इस दौरान अधिकांश क्षेत्रों में रुक-रुककर बारिश होती रही। वैसे पिछले 24 घंटे में डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश हुई है। खास बात यह बरसात के विदाई वाले इस माह के 15 दिनों में अब तक 11 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस दौरान जिले के सबसे बड़े यशवंत तालाब का एक सायफन जो बुधवार रात खोल दिया था वह कुछ ही घंटों बाद बंद कर दिया। दरअसल तालाब का जलस्तर 19.5 फीट क्षमता से ऊपर चला गया था। अब रिमझिम के चलते जलस्तर सामान्य है इसलिए उसे बंद किया गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को तेज बारिश के आसार बताए हैं जबकि सुबह से शुरू हुई रिमझिम दोपहर ढाई बजे तक जारी थी।
बुधवार रात 8 बजे कई क्षेत्रों में आधे से पौन घंटे तक अच्छी बारिश हुई थी। इसके बाद रात सिलसिला थमा और देर रात फिर रिमझिम शुरू हुई और अलग-अलग दौर में रही। इस मौसम में खास बात यह रही कि जुलाई, अगस्त और सितम्बर के आधे माह में तीन घंटे से ज्यादा कहीं मूसलधार बारिश नहीं हुई। जुलाई-अगस्त में जहां 16 इंच ही बारिश हुई वहीं सितम्बर के पहले दिन से ही बारिश शुरू हुई लेकिन रुक-रुककर। फिर भी 15 सितंबर तक 11 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस लिहाज से इस मौसम में अब तक 27 इंच बारिश हो चुकी है। वैसे जिले में औसतन बारिश का कोटा 34-35 इंच है। ऐसे में अभी 7-8 इंच और बारिश की जरूरत है जबकि 15 दिन और बाकी हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएल खापडिया (एग्रीकल्चर कॉलेज) ने बताया कि गुरुवार को तेज बारिश के आसार हैं।
इधर, बारिश से आष्टा, सीहोर सहित आसपास के किसानों द्वारा सोयाबीन के दूसरे दौर की बोवनी की नई वैरायटियों की फसलें अब मजबूूत स्थिति में हैं और वातावरण में नमी है। ऐसे में अगर एक हफ्ते बारिश नहीं होती है तो भी फसलें सुरक्षित ही हैैं। दूसरी ओर तालाबों का जलस्तर पहले से बढ़ने से आने वाले दिनों में रबी की फसलों (गेहूं, चना आदि) ठीक स्थिति में रह सकती है लेकिन अभी और बारिश की जरूरत होगी ताकि अक्टूबर-नवम्बर में किसानों को अन्य जलस्त्रोतों की जरूरत न पड़े।
वैसे गुरुवार को और 19-20 सितम्बर को मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की संभावना जताई है। अगर बारिश होती है तो तालाबों का जलस्तर भी बढ़ेगा। उधर, यशवंत सागर, पीपल्यापाला, सिरपुर व बड़ा बिलावली तालाब का जलस्तर बढ़ने से वहां मनोरम वातावरण बनने लगा है। अब लोग वहां तफरीह करने जा रहे हैं। इधर, गुरुवार को सुबह से शुरू हुई रिमझिम दोपहर तक जारी थी। इससे बाजारों में आवाजाही कम रही।