चैन से सोने वाले अधिकारी बेपरवाह है सुबह जल्दी उठकर खेल मैदान में व्यायाम करने वालों की परेशानी से
देवास/मोहन वर्मा । आम नागरिकों के लिए शासकीय सुविधाओं की कहानी किसी से छुपी नहीं है। हर कुए में भांग घुली है। शासन और प्रशासन के कोई संवेदनशील अधिकारी यदि कहीं नागरिकों के लिए कोई सुविधा जुटाना भी चाहते है तो अनेकों किंतु परंतु पार करने के बाद उन्हें या तो किसी समाजसेवी दानदाता का मुंह देखना पड़ता है या किसी उद्योग से गुहार लगाना पड़ती है और फिर भी काम हो ही जायेगा इस बात की कोई गारंटी नहीं ।
बात देवास स्थित कुशाभाऊ ठाकरे स्टेडियम स्थित खेल मैदान और ओपन जिम की है जहां यों तो हर दिन सैकड़ों युवा शारीरिक व्यायाम करने आते है मगर बरसात में मैदान में पानी भर जाने और ओपन जिम के स्विमिंग पूल बन जाने से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ता है। पुलिस अधिकारियों द्वारा संचालित खेल और युवा कल्याण विभाग के तहत यहां के खेल अधिकारी श्री सुबीर की उपस्थिति रैलियों और मैराथन में हरी झंडी दिखाने के अलावा कहीं नजर नहीं आती।
पिछले साल भी इस मामले को हमारे द्वारा श्री सुबीर और जिलाधीश श्री ऋषव गुप्ता के संज्ञान में लाया गया था और जिलाधीश ने दो सक्षम अधिकारियों के माध्यम से एक उद्योग को इस जगह को ठीक करने, ब्लॉक लगवाने हेतु निर्देशित भी किया था मगर अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
विभाग के पास आने वाले फंड का क्या उपयोग होता है ये तो विभागीय अधिकारी जाने,मगर खेल और युवाओं को प्रोत्साहित करने को बने विभाग की यह अनदेखी समझ से परे है।
उधर जब अधिकारी सुबह की मीठी नींद का आनंद लेते है,सैकड़ों महिला, पुरुष,युवा अलसुबह यहां व्यायाम के लिए पहुंचते है और पानी भरे मैदान और ओपन जिम को देखकर वापस लौट जाते है। उम्मीद की जानी चाहिए कि जिलाधीश इस मामले में संज्ञान लेकर खेल प्रेमियों की इस समस्या के समाधान के लिए जिम्मेदारों को निर्देशित करेंगे।