जेवलिन थ्रोअर नवदीप शनिवार को टोक्यो पैरालिंपिक में चौथे स्थान पर रहे। मेडल से वंचित रहने पर भी नवदीप के माता-पिता ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है। मां मुकेश रानी ने कहा कि अभी नवदीप की उम्र 20 साल है, अभी उसके पास मेडल जीतने के कई अवसर आएंगे। वह ओलिंपिक तक पहुंचा यही बड़ी बात है। पिता दलबीर ने कहा कि अब नवदीप को और मेहनत करवाएंगे ताकि अगली बार मेडल जीतने में कोई कसर न रहे। इससे पहले मां मुकेश रानी और भाभी ने नवदीप की जीत के लिए घर में अखंड जोत जला रखी थी। मैच देखने के लिए गांव में LED लगाई गई थी। पानीपत के बुआना लाखु निवासी नवदीप ने F-41 कैटेगरी में भाग लिया। वे अपनी कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड से केवल 50 सेंटीमीटर पीछे हैं।
बेटे को पलकों पर बिठाएंगे
नवदीप के पिता दलबीर ने कहा कि नवदीप पदक नहीं जीत पाया पर चौथे स्थान पर रहकर देश का नाम रोशन किया। बेटे के लौटने पर वे ग्रैंड वेल्कम करेंगे। वह सौभाग्यशाली हैं कि नवदीप ने उनके बेटे के रूप में जन्म लिया, जिसने कभी हार नहीं मानी। उसके पास देश के लिए मेडल जीतने के कई मौके आएंगे।