साइबर फ्रॉड में गई धनराशि वापसी हेतु पुलिस द्वारा “ऑपरेशन साइबर” के तहत फ्रॉड होने के मात्र 5 दिवस में लौटाए 2,21,000 रुपये
देवास/मोहन वर्मा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कल राज्य सायबर पुलिस हेडक्वार्टर भोपाल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर साइबर क्राइम विशेषकर डिजिटल अरेस्ट के बढ़ते मामलों पर विस्तृत जानकारी ली एवं सायबर पुलिस को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रोत्साहित किया। साइबर अपराध को नियंत्रित करने, पुलिस को अधिक हाईटेक बनाने, सभी जिलों में साइबर थाना तथा साइबर डेस्क की स्थापना के लिए प्रदेश सरकार कार्यरत है। भविष्य में Digital Arrest जैसी घटनाओं पर नियंत्रण लगाया जा सके इसके लिए पुलिस प्रशासन को जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। इसी तारतम्य में साइबर फ्रॉड की तत्काल सूचना देने हेतु “डायल-100” और “डायल-1930” के प्रयोग हेतु जनता को किया जा रहा “पुलिस चौपाल” के द्वारा जागरूक , फ्रॉड की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल एक्शन में आयेगा साइबर-तंत्र , फ्रॉड गई राशि को होल्ड करवाकर माननीय न्यायालय से राशि पुनः आवेदक के खाते में लौटाने तक पुलिस करेगी सतत मॉनिटरिंग।
जी हाँ, देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद द्वारा *360-पुलिसिंग* के अन्तर्गत ज़िलेवासियों को साइबर फ्रॉड से राहत प्रदान करने हेतु “ऑपरेशन साइबर” प्रारंभ किया है ।इस अभियान के अंतर्गत सर्वप्रथम ज़िला स्तरीय साइबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना पर पदस्थ दो-दो पुलिसकर्मियों को “साइबर-मित्र” के रूप में चिह्नित कर उन्हें साइबर फ्रॉड संबंधी मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु प्रशिक्षित किया गया है ।प्रत्येक थाना स्तर पर प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित कर पुलिस गाँव-मोहल्ला-क़स्बा-वॉर्ड में जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय और साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 या 100 नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रेरित कर रही है
इसी अनुक्रम में 5 नवंबर 2024 को आवेदक आनंद जानपुरा निवासी विश्वकर्मा नगर देवास , थाना सिविल लाईन ने क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के ज़रिए 2,44,058 रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी ।जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे थाना सिविल लाइन पर पदस्थ साइबर मित्र द्वारा आवेदक से चर्चा कर फ्रॉड संबंधित जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में प्राप्त की एवं ज़िला साइबर सेल को प्रेषित की जहां से उक्त जानकारी एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज की गई और सतत मॉनिटरिंग की गई ।
सिविल लाइन साइबर मित्र और ज़िला स्तरीय साइबर सेल द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही द्वारा आवेदक की फ्रॉड गई राशि में से कुल 2,21,000 की राशि को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की गई और उक्त राशि को आवेदक के खाते में पुनः लौटाया गया । आवेदक आनंद जानपुरा ने 2,21,000/- की बड़ी धनराशि पुनः लौटाने पर देवास पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया।
देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि जहां एक तरफ़ साइबर फ्रॉड से बचने हेतु अनजान कॉलर को कोई भी निजी जानकारी शेयर ना करना और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करना ही सर्वोत्तम उपाय है, वहीं दूसरी तरफ़ साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या डायल 100 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की अपील भी देवास जिलेवासियों से की है।
उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जारी “ऑपरेशन साइबर” के तहत ज़िला पुलिस साइबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से लेकर आज दिनांक तक कुल 2,23,000/- लाख रुपये की ठगी गई राशि वापस करवाई है एवं विभिन्न शिकायतों मे 5,50,366/- लाख रुपये की राशि को होल्ड भी कराया है जिसे अग्रिम वैधानिक कार्रवाई कर आवेदकों को लौटाया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के नेतृत्व में ज़िले में साइबर फ्रॉड के प्रत्येक मामले पर विशेष ध्यान देकर तत्काल फ्रॉड गई राशि को ना सिर्फ़ फ्रीज़ करवाया जा रहा है बल्कि विस्तृत रिपोर्ट बनाकर माननीय न्यायालय में पेश करते हुवे फ्रॉड गई राशि को पुनःआवेदक के खाते में भी लौटाया जा रहा है ।
पुलिस कप्तान ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से जारी “ऑपरेशन साइबर” के तहत अब तक कुल 50 साइबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमे त्वरित कार्यवाही करते हुवे कुल 19 मामलो में पुलिस ने राशि होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है । इस प्रकार साइबर फ्रॉड मामलो में रिकॉर्ड 38% सक्सेस-रेट प्राप्त करते हुवे देवास पुलिस लगातार पेशेवर रूप में आगे बढ़ रही है ।*
*विशेष भूमिकाः* 1.उनि कपिल नरवले 2.प्रआर शिवप्रताप सिंह 03.सचिन चौहान 04.गीतिका कानूनगों 05.निशा पटोरिया का सराहनीय योगदान ।