जल संचय को लेकर पूरे प्रदेश में इतना समन्‍वय कही नहीं देखा, देवास में बहुत अच्छा कार्य किया गया है कहा वैज्ञानिक दल ने

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जल संचय को लेकर पूरे प्रदेश में इतना समन्‍वय कही नहीं देखा, देवास में बहुत अच्छा कार्य किया गया है
कहा वैज्ञानिक दल ने

कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता और भोपाल के वैज्ञानिक दल ने पत्रकार वार्ता में “अमृत संचय अभियान” किये गये कार्यो और आगामी कार्ययोजना की दी

देवास/मोहन वर्मा । कलेक्‍टर श्री ऋषव गुप्‍ता ने पत्रकार वार्ता में कहा कि देवास जिले में वर्षा के जल के संचय के लिए विगत तीन माह से अमृत संचय अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत देवास में 225 करोड़ लीटर वर्षा का जल संचय करने का कार्य किया गया है। देवास में जल संचय के लिए बनाई जा रही संरचनाओं में सही दिशा में कार्य किया जा रहा है या नहीं। इसका वेरिफिकेशन थर्ड पार्टी से करना आवश्यक था। इसके लिए वैज्ञानिको का दल वेरिफिकेशन करने आया है। वैज्ञानिक दल द्वारा जल संचय संरचनाओं का निरीक्षण किया गया है और दल ने आगामी कार्ययोजना को लेकर सुझाव भी दिए। वैज्ञानिक दल द्वारा फिडबैक रिपोर्ट राज्य शासन को प्रस्तुत की जाएगी। वैज्ञानिक दल में डॉ कपिल खरे, डॉ रवि भारद्वाज, डॉ हरि नटराजन और श्री जिशांत सिद्धि शामिल थे। पत्रकार वार्ता के दौरान वैज्ञानिक दल, डॉ. समीरा नईम, डॉ. सुनील चतुर्वेदी, श्री श्रीकांत उपाध्‍याय, श्री मोहन वर्मा, श्री गंगा सिंह सोलंकी सहित अमृत संचय टीम के अन्‍य सदस्‍य उपस्थित थे।

कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने कहा कि जिले में ग्राउंडवाटर संवर्धन के लिए काम किया जा रहा है। जल संचय के लिए घर-घर जाकर टीम द्वारा नागरिकों को जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। जल संचय के लिए एक साल की कार्य योजना बनाई जा रही है। जिसके तहत घर-घर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए नागरिकों का जागरूक किया जायेगा। देवास में 40 से 50 लार्ज/मीडियम उद्योग, लगभग 250 स्‍माल उद्योग है, जहां जल संचय की संरचनाओं का निर्माण किया जायेगा।

कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने कहा कि जिले में बोरी बंधान का कार्य किया जा रहा है। जल संचय के लिए पौधारोपण किया जा रहा है। जल संचय के लिए देवास में शंकरगढ़ पहाड़ी पर सात जगह पर बोली बंधान कार्य किया जाएगा। शंकरगढ़ पहाड़ी पर 05 सितम्‍बर को 05 हजार पौधे लगाये जाएंगे। जिले में ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ अभियान पूर्ण हो गया है, इसके तहत जिले की सभी 1650 स्कूलों में स्मार्ट टीवी लगाई गई है। हम 6 मॉड्यूल डेवलप कर रहे हैं। 6 माह में 6 माड्यूल स्कूलों में बच्चों को सिखाएंगे और जल संरक्षण का महत्व बताया जाएगा। जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में नल जल योजनाओं की संरचनाओं के पास जल संचय के लिए संरचनाओं का निर्माण किया जायेगा। स्कूलों में पैरेंट-टीचर मीटिंग होगी। जिसकी शुरुआत शुक्रवार को सेंट्रल इंडिया स्कूल से की जा रही हैं। जिसमें कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी पत्रकारगणों को भी आमंत्रित किया।

वैज्ञानिक दल ने कहा कि जल संचय को लेकर पूरे प्रदेश में इतना समन्‍वय कही नहीं देखा। देवास में जल संचय के तहत बहुत अच्छा कार्य किया गया है। हमने जगह-जगह जाकर जल संचय के लिए बनाई गई संरचनाओ का देखा। जल संचय अभियान को पूरे प्रदेश में डेवलप किया जाएगा। जिस प्रकार स्‍वच्‍छता में इन्‍दौर देश में प्रथम है, उसी प्रकार जल संवर्धन के मामले में देवास देश में प्रथम रहेगा। तीन माह में इतना अच्छा काम करना तारीफ के काबिल है।

डॉ सुनील चतुर्वेदी ने देवास जिले में वर्षा के जल को संचय के लिए किये गये कार्यो की जानकारी दी। उन्‍होंने मीडिया को धन्‍यवाद देते हुए कहा कि मीडिया भी इस अभियान हिस्सा है। मीडिया के माध्‍यम से यह अभियान देवास जिले के जन-जन तक पहुंचा है।

 

 

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