गुरु गणेश से जानें होली के ये लाभ भी /बकलम आशीष देवांग
1. होलिका की अग्नि का ताप शरीर पर पड़ने से कई प्रकार के विकार नष्ट हो जाते हैं।
2. होली में शरीर से नारियल उतारकर दहन करने से वर्ष पर्यंत जीवन सुखमय रहता है।
3. होली की परिक्रमा विषम संख्या में करने से दरिद्रता नष्ट होने के योग बनते हैं।
4. शुद्ध स्थिति में एक नारियल या कोई पूर्ण फल हाथ में लें, भगवान के सामने प्रार्थना करें कि मेरे मनोरथ सिद्ध हो, फिर फल कमरे के प्रत्येक कोने में करके होलिका को समर्पित करें।
5. घर के सभी सदस्यों को एक स्थान पर बैठाकर उनसे सात हरे नींबू उतारकर होलिका में विसर्जित करने से क्लेश खत्म होता है।
6. गृह क्लेश हो तो होलिका के दिन गौरी-शंकर रूद्राक्ष पहिने। होली से शुरु करके प्रतिदन तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं।
7. एक मुट्ठी पीली सरसों अपनी दुकान, मकान, ऑफिस की टेबल से उतारकर होलिका में डालने से कर्ज मुक्ति मिलती है।
8. लगातार नगर लगे, काम ठीक से न चले, बच्चे बीमार हो तो होलिका के दिन स्नान पूर्व आटे की उबटन कर होलिका की अग्नि में डालें।
9. होेलिका के दिन गाय के आगे बासुरी बजाते कृष्ण का चित्र घर या दुकान में लगाएं कर्ज नहीं बढ़ेगा, बल्कि धीरे-धीरे उतर जाएगा।
10. होलिका दहन के अगले दिन सर्वप्रथम अपने इष्टदेव को गुलाल अर्पित करें। अपने निवास के ईशान कोण का पूजन कर गुलाल अर्पित करें। इससे वास्तुदोष दूर होने लगता है। होली खेले तो हरे रंग की गुलाल का प्रयोग अवश्य करें।
11. रोग मुक्त होने के लिए 14 रुपए की सब्जी 23 बुधवार तक काली गाय को खिलाये होली से शुरू करें।
12. व्यापार में तरक्की होने व कामों में रुकावट न आए इसके लिए होली वाले दिन गणेश रूद्राक्ष धारण करें। ऊं गं गणपतये नम: का जाप मूंगे की माला से करें।
13. होली मृतसंवत्सर का प्रतीक है। अत: नवविवाहिता को होली जलाते वक्त नहीं देखना चाहिए।
14. होली खेलने के बाद शाम को देवदर्शन करना चाहिए। नए वा पहनना चाहिए। होली एवं धुलेंडी को घर के सभी सदस्यों को हंसी-खुशी रहना चाहिए।